अध्यात्म भजनमाला
7 - 8- 2009 गुरु पूर्णिमा में प्रथम संस्करण हुई थी ।
प्रकाशक : राष्ट्रीय संतमत सत्संग प्रकाशन समिति
महर्षि मेंहीं ब्रह्म विद्यापीठ, गीता कुटीर गली no 3 सप्तसरोवर हरिपुर कला हरिद्वार उत्तराखंड
संत महात्माओं की साधनानुभूति प्रायः संगीतमय अभिव्यक्ति से ही परिलक्षित होती हैं। इस पुस्तक में 64 विभूतियों की अनुभूत काव्य प्रसून को संकलित कर आध्यात्म भजन माला नामी पुस्तक का प्रणयन किया हैं।
पाठको से अनुरोध की इस पुस्तक को केवल स्रोता बनकर नहीं पढ़ेंगे वल्कि हंस बनकर अध्यन कर आनंद प्राप्त करेंगे ।
इस पुस्तक में महान संतों के 251 गीत काव्य रचना हैं ।
इन संतों के नाम इस प्रकार हैं:
संत नामदेव जी
संत मानपुरी
संत कबीर साहेब
संत धरमदास जी
संत रैदास जी
संत निपट निरंजन जी
संत यारी साहब
संत बुल्ला साहब
संत गुलाल साहब
संत दुलनदास जी
संत दरिया साहब
संत भीखा साहब
संत मलूक दास जी
संत धरनिदास जी
संत दादू दयाल जी
संत सुंदर दास जी
संत रज्जब दास जी
संत चरण दास जी
परम भक्तिन सहजोबाई
श्रीभक्तवर श्री भट्ट जी
भक्तवर श्री हरिदासजी
संत श्री परशुरामजी
संत रूप रसिक जी
स्वामी श्री हरिदास जी
संत श्री व्यासदास जी
भक्त बिहारी दास जी
भक्त नरहरि देवजी
संत रसिक देव जी
भक्त किशोरी दास
भक्त प्रवर सूरदास
भक्त परमानंद दासजी
गो तुलसीदास जी
रसिक संत विद्यापति जी
भक्त कवि रहीम जी
श्री रसखान जी
मियाँ नज़ीर अकबराबादी
भक्त गदाधर भट्ट जी
भक्त श्री नागरी दासजी
महाराज व्रज निधि जी
भक्त भागवत रासिक जी
संत श्री रामदास जी
संत राम प्रचा जी
संत काष्ट जिहहा स्वामी
संत रामचरण दास जी
परम भक्तिन मीराबाई
संत सिंगा जी महाराज
सूफी संत मंसूर
संत बुल्लेशाह
गुरुनानक देव
गुरु अर्जुन देव
गुरु तेग बहादुर
गुरु गोविंद सिंह
संत राम जन जी
संत भगवानदास जी
संत दरियासाहेब
संत जैमल दास जी
संत हरिराम दास जी
संत सेवक राम जी
भक्त नारायण स्वामीजी
संत शिवनारायण स्वामी
संत लक्ष्मीपति जी
संत तुलसी साहेब
संत बाबा देवी साहेब
सदगुरु महर्षि मेंही परमहंस
इन सभी संतों की काव्य संग्रह व्यासानंद जी महाराज द्वारा किया गया ।
जय हो सदगुरु
जय गुरु
सब सन्तनह की बड़ी बलिहारी ! 💐💐💐
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