Sunday, 2 December 2018

आरती श्री सदगुरू महाराज की

सदगुरु महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज द्वारा रचित आरती।                    💐
आरती तन -मंदिर में कीजै।
        दृष्टि युगल कर सन्मुख दीजै।
चमके विंदु सूक्ष्म अति उज्ज्वल।
        ब्रह्मज्योति अनुपम लख लीजै।
जगमग जगमग रूप ब्राह्माण्डा ।
     निरखि निरखि जोति तज दीजै।
शब्द सूरत अभ्यास सरलतर ।
        करि करि सार शबद गहि लीजै।
ऐसी जुगति काया गढ़ त्यागी।
        भव भ्रम भेद सकल मल छीजै।
भव खंडन आरति यह निर्मल।
        करि मेंहीं अमृत रस पीजै।
                💐 
         

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