शुभ और अशुभ करम पुरबले , रति घटै न बढ़े ।
होनहार हौवे पुनि सोई , चिंता काहे करै।
बिहपुर प्रवचन 13 नवम्बर 2018
माता पिता सुत सम्पति दारा मोह के ज्वाल जरै
मन तू हंसन से साहिब तजि भटकत काहे फिरै
भागलपुर प्रवचन 23 nov 2018
साधुन सेवा कर मन मेरे कोटिन व्याधि हरै
कहत कबीर सुनो भाई साधों सहज में जीव तरै
भागलपुर प्रवचन 22 nov 2018
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